Navratri Dates 2017
Navratri Dates 2017 Sharad Navratri 2017 Sharad Navratri is the main and most powerful Navratri in the year. In 2017, Sharad Navrat...
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2017 Sikh Calendar Date Guru / Festival Gurpurb Nanakshahi 5-Jan-17 Guru Gobind Singh Parkash - 26-Jan-17 Shaheed Baba Deep Singh ...
Ganesh Chaturthi Per Kaise Karen Ganesh ji ki sthapna - हर साल भाद्रपक्ष के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है ऐ...
हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरतालिका तीज मनाई जाती है। इस बार यह तीज 24 अगस्त यानि गुरूवार के दिन मना...
मध्य प्रदेश के सतना ज़िले में मैहर शहर में स्थित है। इस मंदिर को माता के शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मैहर शहर की लगभग600 फुट की ऊ...
उत्तराखंड में बदरीनाथ-केदारनाथ यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव से 15 किमी की दूरी पर स्थित चमत्कारिक इस मंदिर में देवी मां दिन में तीन बार रूप...
किसी भी प्रकार की मंगल कामना और कार्य के निर्विध्न संपादन व संचालन के लिए भगवान गजानन के साथ ही सोलह मातृकाओं का स्मरण और पूजन अवश्य करन...
64 योगिनियों के भारत में चार प्रमुख मंदिर है। दो ओडिशा में तथा दो मध्यप्रदेश में। मध्यप्रदेश में एक मुरैना जिले के थाना थाना रिठौराकलां ...
जब गणपति ने दिया बुद्धि और विवेक का परिचय" एक बार भगवान शिव के मन में एक बड़े यज्ञ के अनुष्ठान का विचार आया। सारे गणों को यज्ञ अनु...
श्री आद्य शक्ति अनुष्ठान उज्जैन में भूखी माता मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। भूखी माता का नाम सुनकर ही उनके बारे में जानने की जिज्ञासा बढ़ जात...
देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में प्रसिद्ध और मान्यता प्राप्त तीर्थस्थल मौजूद हैं. इसकी के साथ यहां मौजूद घूमने की जगहों के कारण भ...
1. सूर्य मंदिर, मोढ़ेरा (Sun Temple, Modhera) :- सभा मंडप यह मंदिर अहमदाबाद से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। माना जाता है ...
बातें बिल्व वृक्ष की---- 1. बिल्व वृक्ष के आसपास सांप नहीं आते । 2. अगर किसी की शव यात्रा बिल्व वृक्ष की छाया से होकर गुजरे तो उसका ...
कैसे हुई बिल्व पत्र की उत्पत्ति?और महत्व :-- ये तो आप सभी जानते हैं कि बिल्वपत्र शिवजी को अत्यंत प्रिय हैं। सिर्फ बिलपत्र चढ़ाने से ही...
श्री कृष्ण सहित पुरे यदुवंशियों के मारे जाने से दुखी पांडव भी परलोक जाने का निश्चय करते है और इस क्रम में पांचो पांडव और द्रोपदी स्वर...
इस संबंध में धार्मिक मान्यता यह है कि शिव को मृत्यु का स्वामी माना गया है और #शिवजी शव के जलने के बाद बची भस्म को अपने शरीर पर धारण करते...