14 फरवरी महा शिवरात्रि कभी भी भूल से भी न कर्रे ये काम..नाराज हो सकते है भगवान् शिव !! Maha Shivratri 2018

दोस्तों कुछ दिनों बाद बुधवार 14 फरवरी को शिवजी की पूजा का महापर्व शिवरात्रि है। इस दिन किए गए पूजा पाठ से भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों को सभी कामों में सफल बनाते हैं। शिवरात्रि पर पूजा करने वाले लोगों को कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। शिव पुराण के अनुसार कुछ ऐसे काम बताए गए हैं। जिन्हें करने पर शिव जी क्रोधित हो जाते हैं।
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शिवजी के क्रोध के कारण व्यक्ति को बुरे समय का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको बताएंगे ऐसे कौन कौन से काम है जो हमें शिवरात्रि पर नहीं करने चाहिए। पहला काम लोगों का अपमान न करें। ध्यान रखें कि किसी बुजुर्ग व्यक्ति, गुरु ,भाई -बहन, जीवनसाथी, माता पिता, मित्र और ज्ञानी लोगों का अपमान गलती से भी न करें। वैसे तो किसी का भी अपमान कभी भी नहीं करना चाहिए। 

लेकिन शिवरात्रि पर इस बात का पालन अवश्य करना चाहिए। अन्यथा शिवजी ऐसे लोगों से प्रसन्न नहीं होते हैं। जो यहां बताए गए लोगों का अपमान करते हैं। दूसरा काम शिवलिंग पर तुलसी ना चढ़ाएं। शास्त्र के अनुसार तुलसी पवित्र मानी जाती है और भगवान विष्णु की पूजा इसके बिना अधूरी होती है। लेकिन शिवपुराण के अनुसार शिवजी की पूजा में यह वर्जित है। 


ऐसे बहुत से लोग हैं जो जानकारी के अभाव में शिवलिंग पर तुलसी चढ़ा देते हैं। इस कारण उन्हें पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता। तीसरा काम बुरे विचारों से बचे शिवजी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो किसी भी प्रकार के बुरे विचारों से बचना चाहिए। बुरे विचार जैसे दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए योजना बनाना और धार्मिक काम करने के लिए सोचना, स्त्रियों के लिए गलत सोचना इस प्रकार के विचारों से बचना चाहिए। वरना शिव पूजा में मन नहीं लग पाएगा। 


शास्त्रों में स्त्रियों के लिए गलत बातें सोचना महापाप बताया गया है। चौथा काम शिवलिंग पर हल्दी ना चढ़ाएं। शिव पूजा में ध्यान रखे  कि शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए। शिवलिंग पुरुष तत्वों  से संबंधित है। और यह शिवजी का प्रतीक है। इस कारण शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए। पांचवा सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए। पूजा के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा रहता है। इसी कारण यदि आप शिव जी की कृपा पाना चाहते हैं। तो सुबह बिस्तर जल्दी छोड़ना चाहिए। 


अगर देर तक सोते रहेंगे तो इससे आलस्य पड़ेगा। सुबह जल्दी उठने से वातावरण से स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है। सुबह के समय मन शांत रहता है और इस वजह से पूजा पूरी एकाग्रता से होती है। एकाग्रता से की गई पूजा बहुत जल्दी शुभ फल प्रदान करती है। छठा काम मांसाहार से बचे मांसाहार यानी नॉन वेज खाने से बचना चाहिए। नॉन वेज खाना तैयार करने के लिए जीव हत्या की जाती है। जीव हत्या महापाप है। मांसाहार को छोड़कर इस पाप से बचें ना चाहिए। 

सातवां क्रोध ना करें क्रोध से मन की एकाग्रता और सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है। इस आवेश में लिए गए फैसले भी अधिकतर नुकसानदायक ही होते हैं। ये एक बुराई है और इससे बचना चाहिए। शिव जी की कृपा पाने के लिए खुद को शांत रखना बहुत जरूरी है। क्रोध से मन अशांत हो जाता है और ऐसे में पूजा नहीं की जा सकती। 


आठवां काम वाद विवाद ना करें -अधिकतर परिवारों में पति पत्नी के बीच वाद विवाद ,छोटी-छोटी लड़कियां अक्सर होती रहती है। यह आम बात है। लेकिन जब छोटी-छोटी बातें बढ़ जाती है। तो पूरा कर अशांत हो जाता है। शिवरात्रि पर इस बात का विशेष ध्यान रखें कि घर में  कलह  न  हो। 


जिन घरो में क्लेश होता है वहां अशांति रहती है। वहां देवी देवता निवास नहीं करते हैं। घर में प्रेम बनाए रखें और एक दूसरों की गलतियों को भूलकर आगे बढ़े। घर में शांति रहेगी तो जीवन भी सुखद बना रहेगा। 

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