क्या आप जानते हैं? मन्त्रों का जाप करते वक्त हमें किन-किन सावधानियों को ध्यान में रखने की जरूरत हैं, अगर नही जानते तो जरुर पढ़े !
Mantra-Upcharn |
हिन्दू धर्म में पूजा- पाठ का बहुत अधिक महत्व हैं,
जिस प्रकार पूजा-पाठ का महत्व हैं,उसी
प्रकार
पूजा-पाठ में बोले जाने वाले मन्त्र का भी
बहुत महत्व हैं ! मन्त्र का जाप हम इसलिए करते हैं ताकि देवी,देवता हमसे
प्रसन्न हो जाये,या किसी ग्रह
की शांति के लिए भी मन्त्र का जाप किया जाता हैं ! यदि मन्त्र का जाप विधि-विधान
से किया जाये तो हमें इन मन्त्रों का पूरा फल मिलता हैं ! मन्त्र भी 2 प्रकार के होते
हैं एक मन्त्र तो वो जो हर कोई व्यक्ति कर सकता हैं, और दूसरा वो मन्त्र जो कोई विशेष व्यक्ति करता हैं !
मन्त्र का जाप करते समय सबसे पहले हमारे शरीर पर प्रभाव
पड़ता हैं फिर मन पर फिर आत्मा पर ! यदि हम
मंत्रों का जाप सही विधि से करते है तो
हमें उसका उचित लाभ मिलता है लेकिन वही
अगर हम गलत तरीके से मंत्र का जाप करते हैं तो हमें लाभ की जगह हानि ही होगी! कभी
भी मंत्रों का जाप बुरी भावना से नहीं करना
चाहिए
!
सही स्थान एवं आसन –
मंत्र का जाप करने के लिए हमें हमेशा सही स्थान को चुनना
चाहिए ये बहुत ही आवश्यक होता हैं ! ऐसे स्थान का चुनाव करें जहा शांति हों !
मंत्र का जाप हमेशा आसन पर बैठ कर ही करना सही माना जाता है! आसन हमेशा सफेद या फिर काले रंग का होना चाहिए! आसन का
प्रयोग हम इसलिए करते हैं क्योंकि उस समय
जो शक्ति हमारे भीतर संचालित होती है वह आसन ना होने से पृथ्वी में सम्लित हो
जाएगी और हमें उस ऊर्जा से वंचित कर देती है !
माला का होना जरुरी और कौन सी माला हो –
मंत्रों का जाप करते समय इस बात का आवश्य ध्यान रखें कि जाप
करने के लिए हाथ में कोई न कोई माला जरूर होनी चाहिए! माला चंदन या रुद्राक्ष की
ही होनी चाहियें ! ये माला अच्छी जाप करने के लिए सब से अच्छी मानी जाती हैं !
पूजन –
मन्त्र जाप करने से पहले पूजा करना अति आवश्यक हैं ! मंत्र
जाप करते समय दीपक को प्रज्जवलित करके उसके समक्ष मंत्र जाप करना शुभ फलों को
प्रदान करने वाला होता है !
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