सभी कष्टों को हर लेंगे विघ्नहर्ता, बुधवार से शुरु करें ये काम


 किसी भी शुभ काम और पूजा को करने से पहले गणेशजी की पूजा की जाती है. समय चाहे कैसा भी हो विघ्नहर्ता अपने भक्तों की बाधा, संकट, रोग-दोष तथा दरिद्रता को दूर करते हैं.
किसी भी शुभ कार्य में श्री गणेश जी के कुछ मंत्रों का उच्चारण कर लिया जाए तो हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी.
शास्त्रों के अनुसार, गणेशजी की विशेष पूजा का दिन बुधवार है. आज सच्चे मन से पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इनकी भक्ति करने से सभी तरह की रुकावटें जीवन से दूर हो जाती हैं.
भगवान गणेश की सात्विक साधनाएं सरल एवं प्रभावी होती हैं. इनमें अधिक विधि-विधान की जरूरत भी नहीं होती केवल मन में भाव होने मात्र से गणेश अपने भक्तों के हर संकट दूर कर देते हैं.
गणेश कुबेर मंत्र
नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहाण।।
अगर कोई कर्ज के बोझ में दबा हुआ है तो गणेश जी की पूजा के बाद गणेश कुबेर मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से व्यक्ति का कर्जा चुकना शुरू हो जाता है. धन के नए स्रोत्र बनने लगते हैं.
गणेश गायत्री मंत्र
एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
इस गणेश मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करने गणपति की कृपा बनी रहती है. लगातार 11 दिन तक इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के पूर्व कर्मों का बुरा फल खत्म हो जाता है और भाग्य साथ देने लगता है.
तांत्रिक गायत्री मंत्र
ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश
ग्लौम गणपति, ऋदि्ध पति। मेरे दूर करो क्लेश।।

इस तांत्रिक मंत्र की साधना के समय कुछ चीजों का बहुत ध्यान रखना पड़ता है लेकिन हर रोज सुबह महादेव, पार्वती और गणेश की पूजा के बाद इस मंत्र का 108 बार जाप करने से दुख दूर होते हैं. इस मंत्र के प्रयोग के समय व्यक्ति को सात्विकता रखनी होती है और मांस, मदिरा, क्रोध, परस्त्री संबंधों से दूर रहना होता है.

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