नवरात्र में उपवास के दौरान आपको खाने-पीने की इन चीजों से दूर रहना चाहिए, जानिए क्या…
नवरात्र में उपवास के दौरान आपको खाने-पीने की इन चीजों से दूर रहना चाहिए, जानिए क्या…
मां दुर्गा की पूजा कर उनका आशीर्वाद लेते हैं देवी की कृपा पाने के लिए कई भक्त नौ दिन तक उपवास भी रखते हैं
भारत परंपराओं और त्योहारों का देश है अब शरद नवरात्र का समय है यानी कि वो नौ दिन जब मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा की जाती इस दौरान भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद वैसे उपवास के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है।
भारत परंपराओं और त्योहारों का देश है अब शरद नवरात्र का समय है यानी कि वो नौ दिन जब मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा की जाती इस दौरान भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद वैसे उपवास के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है।
दरअसल शरद नवरात्र सितंबर-अक्टूबर में आते हैं और यह शरद ऋतु से ठंड की ऋतु में परिवर्तन का समय है मौसम में आ रहे बदलाव की वजह से हमारे शरीर की इम्यूनिटी कम हो जाती है ऐसे में भारी ऑयली और जंक फूड से दूर रहने की सलाह दी जाती है नवरात्रों के दौरान उपवास रखने से शरीर की सफाई भी हो जाती है।
कुछ भक्त निर्जला व्रत रखते हैं वे पूरे दिन न कुछ खाते हैं।
कुछ भक्त निर्जला व्रत रखते हैं वे पूरे दिन न कुछ खाते हैं।
और न ही पानी की एक बूंद भी पीते हैं वहीं कुछ लोग दिन में एक बार खाना खाते हैं और खाने की कुछ चीजों को तो हाथ भी नहीं लगाते हिंदु धर्म (सनातन) में भोजन को तीन श्रेणियों में बांटा गया है राजसिक भोजन तामसी भोजन और सात्विक भोजन नवरात्रियों में राजसिक और तामसी भोजन से दूर रहकर सिर्फ सात्विक आहार अपनाने की सलाह दी जाती है।
नवरात्र में उपवास के दौरान आपको खाने-पीने की इन चीजों से दूर रहना चाहिए:
मांसाहारी भोजन
चिकन मटन मछली अंडे और अन्य मांसाहारी भोजन पूरी तरह से वर्जित है. यह राजसिक श्रेणी का खाना है अगर आप उपवास नहीं कर रहे हैं तब भी आपको इस दौरान मांसाहारी भोजन से दूर रहना चाहिए।
चिकन मटन मछली अंडे और अन्य मांसाहारी भोजन पूरी तरह से वर्जित है. यह राजसिक श्रेणी का खाना है अगर आप उपवास नहीं कर रहे हैं तब भी आपको इस दौरान मांसाहारी भोजन से दूर रहना चाहिए।
प्याज और लहसुन
भोजन को प्याज और लहसुन के बिना बनाने की सलाह दी जाती है आयुर्वेद के मुताबिक मौसम में आ रहे बदलाव को देखते हुए खाने में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए यह तामसिक भोजन की श्रेणी में आता है और इससे शरीर की गर्मी बढ़ती है।
दाल और फलियां
उपवास के दौरान भक्त दालों और फलियों से भी दूर रहते हैं. इस दौरान आलू, शकरकंद, अरबी, सूरन गाजर खीरा और लौकी जैसी सब्जियों को खाने की सलाह दी जाती है।
नमक
उपवास के दौरान भोजन में साधारण नमक का इस्तेमाल करने के बजाए सेंधा नमक डालना चाहिए
मसाले
नवरात्र के उपवास के दौरान कुछ मसालों का इस्तेमाल वर्जित है इन मसालों में हल्दी, हींग, सरसों या राई, मेथी दाना और गरम मसाले शामिल हैं हालांकि आप अपने खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए जीरा, हरी मिर्च, काली मिर्च और अज्वाइन का इस्तेमाल कर सकते हैं
आटा
उपवास के दौरान मक्के का आटा, चावल का आटा, मैदा, गेहूं का आटा और सेंवई का इस्तेमाल नहीं किया जाता है इनके बजाए आप कुट्टू और सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
भोजन को प्याज और लहसुन के बिना बनाने की सलाह दी जाती है आयुर्वेद के मुताबिक मौसम में आ रहे बदलाव को देखते हुए खाने में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए यह तामसिक भोजन की श्रेणी में आता है और इससे शरीर की गर्मी बढ़ती है।
दाल और फलियां
उपवास के दौरान भक्त दालों और फलियों से भी दूर रहते हैं. इस दौरान आलू, शकरकंद, अरबी, सूरन गाजर खीरा और लौकी जैसी सब्जियों को खाने की सलाह दी जाती है।
नमक
उपवास के दौरान भोजन में साधारण नमक का इस्तेमाल करने के बजाए सेंधा नमक डालना चाहिए
मसाले
नवरात्र के उपवास के दौरान कुछ मसालों का इस्तेमाल वर्जित है इन मसालों में हल्दी, हींग, सरसों या राई, मेथी दाना और गरम मसाले शामिल हैं हालांकि आप अपने खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए जीरा, हरी मिर्च, काली मिर्च और अज्वाइन का इस्तेमाल कर सकते हैं
आटा
उपवास के दौरान मक्के का आटा, चावल का आटा, मैदा, गेहूं का आटा और सेंवई का इस्तेमाल नहीं किया जाता है इनके बजाए आप कुट्टू और सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
चावल
नवरात्र के उपवास के दौरान आप रोजाना इस्तेमाल होने वाला चावल नहीं खा सकते हैं व्रत के लिए समा के चावल आते हैं, जिन्हें आप अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।
पेय पदार्थ और शराब
अगर आप व्रत कर रहे हैं तो इस दौरान सोडा-कोला और शराब पूरी तरह से वर्जित है नवरात्र में वो भक्त भी शराब और सिगरेट से दूर रहते हैं जो व्रत नहीं करते हैं
नवरात्र के उपवास के दौरान आप रोजाना इस्तेमाल होने वाला चावल नहीं खा सकते हैं व्रत के लिए समा के चावल आते हैं, जिन्हें आप अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।
पेय पदार्थ और शराब
अगर आप व्रत कर रहे हैं तो इस दौरान सोडा-कोला और शराब पूरी तरह से वर्जित है नवरात्र में वो भक्त भी शराब और सिगरेट से दूर रहते हैं जो व्रत नहीं करते हैं
तरूणमित्र की तरफ से शारदीय नवरात्र की ढेरों शुभकामनाएं!
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