जानिए ऐसे कोन से 3 कारण है जिनसे व्यक्ति है मन टूट जाता है


इंसान का मन किसी न किसी वजह से टूट जाता है चाणक्य के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे
और उनका नाम भी सुना होगा चाणक्य का नाम कौटिल्य भी था लोग इनको इस नाम से कम जानते है चाणक्य राजा चन्द्रगुप्त के यहाँ पर मंत्री के पद पर थे इनकी बुद्धिमानी और सूझबूझ के बारे में पूरी दुनिया जानती है आज भी राजनीती से लेकर जीवन के कार्यो में इनके बनाये नियम और इनकी बातो को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है इनका कहना है जीवन में सुख दुःख हर इंसान के आना जाना है ही किन्तु कुछ बुद्धिमान और सहस रखने वाले इंसान इसको शांत रूप से जीते है और इससे बहार आने का हाल निकलते है और साथ ही बताते है की इंसान का मन मुख्य इन तीन कारणों से टूट जाता है।

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1. गुलामी करने पर
हर इंसान अपने जीवन को स्वतंत्र होकर जीना चाहता है और जीवन को जीने का असली मज़ा भी इसी में है लेकिन यदि कोई इंसान किसी अन्य व्यक्ति पर निर्भर होकर जीता है तो वो बांध जाता है और अपनी मर्ज़ी का कुछ भी करने में असमर्थ हो जाता है जिस वजह से उसका मन टूट जाता है।

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2. वृद्धावस्था
वृद्धावस्था जीवन का वो चरण है जहा इंसान बहुत कमज़ोर हो जाता है मेहनती कार्य करने के लिए बल नहीं होता है चलने फिरने में भी दिक्कत आती है और वो कुछ न कर पाने की वजह से दुसरो पर निर्भर रहता है और कई बार सुनाने को मिलता है जिससे मन निरास हो जाता है इसीलिए जब आप जवान है तब आप अपने वृद्धावस्था के लिए धन का संचय करके रखे जो आपको जीवन को जीने में मदद करेगी।

3. कर्ज बढ़ने पर

जो इंसान गरीब होता है और सही समय पर धन के ना होने पर किसी अन्य से उधार लेता है और सही समय पर नहीं लौटा पाता उसकी निरसा में वो और धन उधार लेता है और वो इंसान दिन पर दिन निरास हताश होता जाता है और मन से पूरी तरह टूट जाता है इसीलिए जीवन में कभी भी धन को बर्बाद नहीं करना चाहिए सही समय पर पूर्ण धन हो उसके लिए धन का संचय करना चाहिए ताकि क़र्ज़ लेने से बचा जा सके।

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