किराये के घर कि परेशानी को करे दूर!! बनाइए अपना खुद का घर आइये जानिए कैसे !!!
नहीं अगर कुंडली में मकान बनाने का योग ना हो तो ज्योतिष के कुछ आसान से उपाय को अपनाकर आप अपने भाग्य को बदल सकते हैं
दोस्तों यदि इन उपायों को आप करेंगे तो आपको अवश्य आपका अपना मकान मिलेगा तो जानते हैं कि कौन से उपाय ज्योतिष के अनुसार घर जमीन जायदाद का विचार चतुर्थेश से सुख का विचार बृहस्पति से और सुख सुविधाओं का विचार शुक्र से किया जाता है ज्योतिष मंगल भूमि संपत्ति का कारक ग्रह जन्म कुंडली में यदि चतुर्थी चतुर्थ भाव में लग्नेश चतुर्थ भाव में हो अथवा लग्नेश चतुर्थी का स्थान परिवर्तन हो और शत्रु ग्रह इनपर दृष्टि डाल रहे हो तो व्यक्ति अपने घर का सुख भोगता है.
चतुर्थेश केंद्र या त्रिकोण में उच्च राशि में शुक्र ग्रहों के साथ ही हो या दृष्टि रूपी संबंध हो तो व्यक्ति का घर बड़ा सुंदर होता है धनेश यानी चतुर्थ भाव में वो तो पैत्रिक सहयोग से घर की सुख आपको प्राप्त होता है धनेश यानी चतुर्थ भाव और चतुर्थेश से संबंधित हो तो धनेश की दशा, अंतर्दशा में घर का सुख आपको मिलता है, धनेश यदि कुंडली में बनी हो तो धनेश के नक्शस्त्र में स्तिथ ग्रेह कि दशा, अंतर्दशा में उत्तम मकान, संपत्ति बनती है
तो आइये जानते है
कि आप कैसे ये योग अपनी कुंडली में बना सकते है. गुरुवार के दिन दोस्तों भगवान विष्णु तथा लक्ष्मी जी की पूजा करें तथा उन्हें पीली वस्तुएं यथा फूल वस्त्र आदि अर्पित करें जिससे भाग्यलक्ष्मी आपसे प्रसन्न हो और खुद के घर बनाने का आप को वरदान मिल सके ज्योतिष में शनि को भाग्य का कारण ग्रह माना गया है इसे संपत्ति जमीन आदि से भी जुड़ा जाती है शनि यदि आपके अनुकूल हो तो आप अनगिनत प्रोपटी के मालिक बन सकते हैं अतः शनि को प्रसन्न करने के लिए आप हर शनिवार उन्हें तेल और तिल अवश्य चढ़ाएं इसके साथ ही ओम नमः शिवाय के साथ-साथ महामृत्युंजय मंत्र के जाप से भी मकान बनने के प्रबल योग बनते हैं ऐसा हर सुबह करे, हर सुबह आप महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने के साथ ओम नमः शिवाय का जप करें, इससे आपको अपने मकान की प्राप्ति होगी।
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