एक छोटी सी कैंडल(Candle) आपके घर को पैसाें से भर सकती है


फेंगशुई में मोमबत्ती या कैंडल की अहम भूमिका बतायी गई है। इसके द्वारा ऊर्जा का संतुलन किया जा सकता है। फेंगशुई में इस ऊर्जा को ची कहते हैं। मोमबत्तियों से प्राप्त ची नकारात्मक ऊर्जा को काट देती है और घर में सकारात्मक ची यानी ऊर्जा की वृद्धि करने के साथ ही आपका भाग्य भी जगाती है। इसके अलावा एक पेड और है जो घर में शांति और बरकत आती है।


घर के उत्तर-पूर्वी कोने में ग्रीन या हरे रंग की मोमबत्ती candle लगाएं। इससे सिर्फ घर की सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है, बल्कि पढ़ने वाले बच्चों की एकाग्रता भी बढ़ती है।

दक्षिण पश्चिम यानी अग्निकोण में गुलाबी और पीले रंग(yellow colour) की मोमबत्ती जलाएं। इससे परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम सामंजस्य बढ़ता है। दक्षिण भाग को लाल रंग की मोमबत्ती से सजाएं। इससे धन समृद्धि में वृद्धि होती है।

नीले रंग(Blue colour) की मोमबत्तियां पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में ही लगानी चाहिए। घर की उत्तर दिशा में सफेद रंग की मोमबत्ती लगाने से परिवार के सदस्यों में रचनात्मकता बढ़ती है।

हिन्दू धर्म में अशोक के वृक्ष काफी महत्वपूर्ण माना गया है। मान्यताओं के अनुसार
, जिस जगह पर अशोक का पेड़ होता है, वहां किसी तरह का शोक या अशांति नहीं रहती। इसी कारण से मांगलिक एवं धार्मिक कामों में अशोक के पत्तों का उपयोग किया जाता है।

अशोक का पेड़ महिलाओं को शारीरिक मानसिक ऊर्जा देने में सफल माना जाता है। यदि महिलाएं अशोक के पेड़ पर रोज जल चढ़ाएं तो उनकी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं, साथ ही वैवाहिक जीवन में सुख भी बना रहता है।

प्रत्येक शुक्रवार(Every Friday) को अशोक के वृक्ष के नीचे घी एवं कपूर मिश्रित दीपक जलाने से मनुष्य के जीवन में नेगेटिव एनर्जी नहीं आती है। जिस घर के लोग रोज अशोक के पेड़ पर जल चढ़ाते हैं, वहां पर हमेशा देवी की कृपा बनी रहती है।

ऐसा घर रोग, शोक, अशान्ति जैसी परेशानियों से बचा रहता है। किसी भी शुभ मुहूर्त में अशोक के पेड़ की जड़ को निकाल लें। फिर उसे साफ पानी या गंगा जल से शुद्ध करके, अपने घर के पूजा स्थल में रखें। ऐसा करने से घर के वास्तु दोष कम होते हैं।


अशोक का पेड़ घर में उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। जिससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती रहे। घर में अशोक के वृक्ष होने से सुख, शन्ति एवं समृद्धि बनी रहती है।

No comments

Powered by Blogger.