अक्सर विवाह रात में ही क्यों होते है?
अक्सर विवाह रात में ही क्यों होते है?
wति व्यवस्था ने जब 500 वर्ष के मुस्लिम शासन काल में रक्षा कवच का रूप धारण किया तब उसका लचीलापन समाप्त हो गया| हर एक जाति को एक विशेष व्यवसाय सौंपा गया जो अन्य किसी जाति के लिए निषिद्ध था|
एक तरफ जाति व्यवस्था का लचीलापन धीरे-धीरे कम होने लगा तो दूसरी और महिलाएं घरों में बंधती गयी और उनकी आजादी भी कम होने लगी| बाल विवाह प्रथा भी चल पड़ी क्योंकि माता पिता चाहने लगे की लड़की के युवा अवस्था में प्रवेश के बाद विदेशी आक्रामको द्वारा शिकार होने के भय से विवाह की जिम्मेदारी पूरी कर गंगा नहा लिया जाए| इसलिए विवाह विधि गुप्त रूप से रात्रि में संपन्न होने लगी ताकि शासक बन बैठे विदेशियों के संभाव्य आक्रमणों से बचा जा सके| इसी लिए हिन्दू रात्रि विवाह की प्रथा आज भी प्रचलित है| ज्योतिषियों के अनुसार विवाह दिन में 12 बजे से पूर्व होना चाहिए|
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